छुरिया –: छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज एवं छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ के प्रांतीय आव्हान पर बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर जीई रोड चिचोला में सर्व आदिवासी समाज ने राजनांदगाँव जिला के छुरिया ब्लाक के जीई रोड चिचोला में तीस हजार आदिवासी लोगों के विशाल जन समुदाय के उपस्थिति में तीन घंटा तक चक्काजाम कर छत्तीसगढ़ में 32 प्रतिशत आरक्षण की बहाली मांग को लेकर डोंगरगांव एसडीएम. सुनील नायक एवं छुरिया तहसीलदार अनुरिमा टोप्पो को महामहिम राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके के नाम पर ज्ञापन सौंपा।
कार्यक्रम के पूर्व आदिवासी समाज के महापुरुषों एवं शहीदों भगवान बिरसा मुंडा, गुंडाधुर,वीरनारायण सिंह,दुर्गावती,सीताराम कंवर,गैंदसिंह नायक,जयपाल सिंह मुंडा,डा.भीमराव अम्बेडकर,लालश्याम शाह,कार्तिक उरांव,राणा पूंजा,टाट्या भील के पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। पश्चात समाज प्रमुखों का पीला चांवल का टीका लगाकर स्वागत किया गया।
सर्व आदिवासी समाज एवं अनुसूचित जनजाति शासकीय विकास सेवक संघ की ओर से सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय उपाध्यक्ष सुदेश टीकम,जिलाध्यक्ष जसवंत घावड़े,संरक्षक विष्णुदेव ठाकुर,अजजा शासकीय सेवक विकास संघ के जिलाध्यक्ष लेखराम मात्रा,ध्रुव गोंड़ महासभा ओड़ारबांध के अध्यक्ष मदन नेताम,कंवर समाज के जिलाध्यक्ष बिन्दु चन्द्रवंशी,संभागीय उपाध्यक्ष हरिराम पुजारी,गोंडवाना गोंड़ महासभा के प्रांतीय सचिव एवं सर्व आदिवासी समाज के जिला प्रवक्ता उदय नेताम,हल्बा समाज के जिलाध्यक्ष मुकेश ठाकुर,सर्व आदिवासी समाज के छुरिया ब्लाक अध्यक्ष पवन चन्द्रवंशी,खैरागढ़ ब्लाक अध्यक्ष संतराम छेदैहा डोंगरगांव ब्लाक अध्यक्ष चन्द्रशेखर उइके,महिला प्रभाग के जिलाध्यक्ष जयंती ठाकुर,कंवर समाज के महिला प्रतिनिधि इंदिरा चन्द्रवंशी ने संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ का निर्माण आदिवासी समाज के हित की रक्षा के लिए हुआ लेकिन आदिवासी समाज के साथ ज्यादा शोषण एवं अत्याचार हो रहा है। आदिवासी समाज को छत्तीसगढ़ निर्माण के साथ सन दो हजार से ही 32 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना था लेकिन नहीं दिया गया। सर्व आदिवासी समाज के लगातार संघर्ष के बाद तत्कालीन भाजपा सरकार ने दो हजार बारह से 32 प्रतिशत आरक्षण दिया लेकिन उचित ढंग से हाईकोर्ट में पुख्ता प्रमाण उपलब्ध नहीं करा पाया। इसलिए तत्कालिन भाजपा सरकार भी आदिवासी समाज के आरक्षण कम किये जाने के लिए जिम्मेदार है। इसी प्रकार वर्तमान कांग्रेस सरकार भी हाईकोर्ट के फैसला के समय अपना पक्ष नहीं रख पाया इस कारण से गत 19 सितम्बर से हाईकोर्ट के फैसला के बाद आदिवासी समाज के आरक्षण को छत्तीसगढ़ राज्य में 32 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया। इस तरह छत्तीसगढ़ राज्य में आदिवासी समाज के 32 प्रतिशत आरक्षण घटकर 20 प्रतिशत हो गया।इस तरह से आदिवासी समाज को 12 प्रतिशत आरक्षण का भारी नुकसान हो रहा है ।आदिवासी समाज के आरक्षण की कटौती के लिए भाजपा सरकार एवं कांग्रेस सरकार दोनों बराबर के जिम्मेदार है।इस कारण से छत्तीसगढ़ के आदिवासी समाज में भाजपा एवं कांग्रेस दोनों के लिए भारी नाराजगी समय रहते आदिवासी समाज को पूर्व की भांति 32 आरक्षण नहीं दिया गया तो कांग्रेस एवं भाजपा दोनों को इसका खमियाजा भुगतना होगा।
युथ क्लब छुरिया के अध्यक्ष राजेश पडोटी के नेतृत्व में लगभग पांच हजार आदिवासियों ने छुरिया से चिचोला तक पैदल यात्रा कर कार्यक्रम में जोश बढ़ाया। मंचीय कार्यक्रम का सफल संचालन सर्व आदिवासी समाज के ब्लाक संरक्षक एवं ब्लाक गोंड़ समाज छुरिया-डोंगरगढ़ के अध्यक्ष दिनेश कोरेटी दिलेर ने किया। धरना ,प्रदर्शन, रैली एवं चक्काजाम में प्रमुख रूप से सी.एल.चन्द्रवंशी दिनेश कोरेटी दिलेर, संजय सोरी,पवन चन्द्रवंशी,देशराम कोर्राम भागवत पुरामे,जनाराम काटेंगी,कलीराम चन्द्रवंशी,बीराराम कंवर,खेलन सिंह ठाकुर,नरेन्द्र मंडावी,प्यारे लाल नेताम,रामजी सिदार धनसाय सलामें,बहादुर खुशरो,कमलेश पारधी,हर्षदीप कोड़ापे,गैंदलाल मंडावी,गिरधारी गोटे, शेरसिंह गोंड़िया,राजेश पडोटी,तरूण मंडावी आदि सहित गोंड़ समाज,कंवर समाज,हल्बा समाज,प्रधान समाज,कंडरा समाज पारधी समाज,बैगा आदिवासी समाज के तीस हजार आदिवासी उपस्थित थे।