Sunday, August 24, 2025
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हमारे समाज को हम कोया पुनेमी समाज बनाकर गैर राजनीतिक जड़ों को मजबूत करना चाहते हैं क्योंकि हमारा मानना है समाज है तो हम हैं। – बुद्धम श्याम

अम्बिकापुर :- हमारे समाज को हम कोया पुनेमी समाज बनाकर गैर राजनीतिक जड़ों को मजबूत करना चाहते हैं क्योंकि हमारा मानना है समाज है तो हम हैं। – बुद्धम श्याम (कोया पुनेम गोंडवाना महासभा भारत)
कोया पुनेम गोंडवाना महासभा द्वारा आयोजित दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण KOYTUR LEADERSHIP SKILLS DEVLOPMENT SEMINAR 2022 जो मां महामाया दाई के नगरी अंबिकापुर के हरिमंगलम होटल में आप सभी के सहयोग से संपन्न हुआ इसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं। आप सभी ने इस प्रशिक्षण को सफल करने में पूरा जी जान लगा दिया।निश्चित ही आपके द्वारा लिया गया यह सकारात्मक कदम था जो इतिहास में नई ऊर्जा भरने के साथ साथ कोया पुनेम को मजबुत करने में सशक्त माध्यम बनेगा। इसके लिए पुनः सभी कोयतुर डेलीगेट्स को हृदय से धन्यवाद। और भविष्य में भी महासभा आशा करती है कि आप समाज को एकजुट करने हेतु ऐसे प्रशिक्षण में आपका सहयोग व मार्गदर्शन मिलता रहेगा ।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि कोया पुनेम गोंडवाना महासभा एक आदर्शवादी गैरराजनीतिक और कोया पुनेम के आदर्श पर चलने वाली एक राष्ट्रीय संगठन है। और इस संगठन का लक्ष्य आने वाले दस सालों में समाज को एक विचारधारा एक दृष्टिकोण से जोड़कर कोया पुनेमी समाज को समुदाय के रूप में एक जुट करना चाहती है। महासभा चाहती है केवल बातों में नहीं बल्कि समाज आचरण में भी अपनी व्यवस्था को जाने सर्वप्रथम समाज है , समाज है तो हम हैं। समाज नहीं तो कुछ भी नहीं। महासभा चाहती है कि हम सही दिशा में कार्य करें। हम कोया पुनेमी आचरण वाला समाजनिर्माण करना चाहते हैंऔर यह तभी संभव है जब हम जागृत हो। और जागृति के लिए ही यह कोयतुर लीडरशिप स्किल डेवलपमेंट सेमिनार का कार्यक्रम रखा गया है। यह हमारी रीढ़ की हड्डी है। यह मजबूत होगी तो ही हम चल सकेंगे ।
हमारा संगठन आंदोलन करने के लिए नहीं बनाया गया है। बल्कि हमारे संगठन का उद्देश्य अलग- अलग बिखरे , तथा अपनी व्यवस्था भूल चुके कोयतुर समाज को एक विचारधारा एक दृष्टिकोण के आदर्श पर चलकर कोया पुनेमी समाज का निर्माण करना है। हमें समाज को एकजुट करना है।हमारे समाज की गैर राजनीतिक जड़े कमजोर हैं। इसे मजबूत बनाने के लिए हमने दस साल में दस कमांड निर्धारित किए हैं जो हमारे समाज का प्रमुख उद्देश्य है । आज हमारा समाज अलग – अलग गैर विचारधारा का शिकार हो चुका है गैरों की भाषा , गैरों के मिशन ,गैरों की व्यवस्था ,गैरो के तीज त्योहार, गैरों के देवी देवताओं गैरों के धर्मों में उलझकर सांस्कृतिक आतंकवाद के चपेट में फंस चुका है। सांस्कृतिक आतंकवाद का यह टाइटेनिक जहाज हमारे समाज को डुबो देगा। सिर्फ अवशेष मात्र ही रह जाएगा। इसके लिए आपको तैराक बनना होगा। कुशल नेतृत्व निर्माण करना होगा, प्रशिक्षण लेना होगा । आज हमारी संख्या कम है जो कोया कोयतुर कोया पुनेमी मार्ग पर चलना चाहते हैं बेशक हम कम हो सकते हैं किंतु इरादे बुलंद हैं।कुछ तो ऐसे हैं जो कोया पुनेम केवल जबान में रखते हैं और इस्तेमाल कर अपना स्वार्थ सिद्ध करते हैं।इन्हे मै समाज का काई कहता हूं। ये भी समाज को नुकसान पहुंचा रहे। इन सबको कोया पुनेम की गहराई में ले जाना होगा। कोया पुनेम को जिस दिन जान लेगा वह इंसान अपने अंदर से सारे विकार को स्वयं नष्ट कर देगा। हमारा मानना है समाज है तो सबकुछ है। समाज नहीं तो कुछ भी नहीं। समाज है तो राजनीति है। न कि राजनीति है तो समाज है। सर्वप्रथम हमें हमारी कोया पुनेम की व्यवस्था पर काम करने की आवश्यकता है। जब तक हमारा समाज भटकता रहेगा , गैरों की व्यवस्था में रहेगा हम स्वाभिमानी आंदोलन नहीं चला सकते। हमारे समाज का मूल जड़ कोया पुनेम है और जब तक कोया पुनेमी जड़ मजबूत नहीं होगा तब तक कोई भी आंदोलन सफल नहीं होने वाला । न राजनीतिक, न सामाजिक ,न सांस्कृतिक। इसलिए हमें अपनी कोया पुनेम विचारधारा पर चलने वाला समाज को एकजुट कर ट्रेनिंग देकर सबको ऊकजुट करना होगा तथा अपनी गैर राजनीतिक जड़ों को कोया पुनेमी जड़ बनाकर कोयतुर समाज बनाने का संकल्प लेना होगा।आप सभी कोयतुर डेलीगेट्स जो इस दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण में शामिल हुए वे निश्चित ही हमारे समाज को सांस्कृतिक आतंकवाद, नश्लीय आतंकवाद रूपी डूबने वाली टाइटेनिक जहाज से हमारे समाज को कुशल तैराक बनकर समाज को बचाने का काम करेंगे।आपने जो कार्य किया है वह साहसिक कार्य है। इसके लिए आप सभी बधाई के पात्र है। आप सभी अपने -अपने क्षेत्र में जाकर कोया पुनेम की व्यवस्था को आगे बढ़ाएंगे तथा समाज को संगठित करने का काम करेंगे। हमारा लक्ष्य एक है हमारा उद्देश्य एक है। आने वाले दस सालों में हम समाज को कोया पुनेमी समाज बनाकर एक ताकत का निर्माण करने में अपना तन मन धन सब कुछ न्योछावर कर देंगे।हम लोगों ने लक्ष्य रखा है दस सालों में दस लाख लोगों को कट्टर कोयतुर बनाना हम इस समुदाय को कोया पुनेमी व्यवस्था से जोडेंगे और कोया पुनेमी कैडरबेस से ब्राड बेस आंदोलन के माध्यम से कुशल नेतृत्व निर्माण करेंगे।जब हमारा समाज संगठित होगा जागृत होगा ,प्रबोधित होगा तो निश्चित ही हम शिकार नहीं बल्कि शिकारी होंगे। जब हम एक विचारधारा एक दृष्टिकोण के आदर्श पर चलने वाला समाज बनाएंगे तब एसा कोई भी काम नहीं होगा जो हम न कर सके। आप सभी संगठित हो जागृत हों प्रबोधित हो । ऐसी आशा महासभा आपसे करती है। साथ ही सभी कोयतुर डेलीगेट्स को हृदय से बधाई देती है। आप सभी को जीवातल सेवा जोहार अव्वी।

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