कांकेर :- सर्व पिछड़ा वर्ग समाज ने 18 अक्टूबर को स्थापना दिवस पर एक बार फिर अपनी ताकत का एहसास कराते हुए जिला मुख्यालय कांकेर में जंगी प्रदर्शन कर विशाल रैली निकाली। इस बार के रैली में बस्तर संभाग के सातों जिला के अलावा बालोद, मानपुर मोहला, धमतरी जिला से पिछड़ा वर्ग के लोग हजारों की संख्या में शामिल हुए।
दोपहर लगभग बारह बजे के बाद पूरे शहर में हरतरफ पिछड़ा वर्ग के लोग नजर आ रहे थे जिससे जगह जगह जाम की स्थिति बन रही थी। किसी भी तरह के अप्रिय घटना से निपटने के लिये पुलिस ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। जिससे रैली शांतिपूर्ण संपन्न हुई। रैली के बाद एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन कलेक्टर को सौपा। प्रदर्शनकारियों को कलेक्टोरेट की ओर प्रवेश करने से रोकने के लिए पुलिस की तगड़ी सुरक्षा थी।
सुरक्षा जवानों ने तीन घेरा बनाया था।
गौरतलब है कि पिछड़ा वर्ग समाज पिछले एक दशक से अपनी जायज मांगों को लेकर समय समय पर रैली, सभा का आयोजन करते रहा है। इसी सिलसिले में मंगलवार 18 अक्टूबर स्थापना दिवस पर विशाल जंगी रैली का आयोजन किया गया जिसमें बस्तर संभाग के अलावा बालोद, मानपुर मोहला, धमतरी जिले के लोग शामिल हुए स्थापना दिवस के अंतर्गत सबसे पहले नरहरदेव स्कूल मैदान में पिछड़ा वर्ग के लोग शामिल हुए। जहां पर समाज के पदाधिकारियों ने बारी बारी से अपनी बात रखी। तब तक दूर दूर से लोग नरहरदेव मैदान में पहुंच गये। सभा समाप्ति के बाद जंगी रैली का आयोजन किया गया जिसमें बस्तर संभाग के अलावा बालोद, मानपुर मोहला, धमतरी जिले के लोग शामिल हुए स्थापना दिवस के अंतर्गत सबसे पहले नरहरदेव स्कूल मैदान में पिछड़ा वर्ग के लोग शामिल हुए। जहां पर समाज के पदाधिकारियों ने बारी बारी से अपनी बात रखी। तब तक दूर दूर से लोग नरहरदेव मैदान में पहुंच गये सभा समाप्ति के बाद रैली निकाली गई। जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। रैली मुख्य मार्ग से होते हुए कलेक्ट्रेट मार्ग पहुंची जहां पर पिछड़ा वर्ग समाज के लोग पुलिस बेरिकेट को पार कर भीतर जाने का भी प्रयास करने लगे लेकिन समाज के नेताओं व प्रशाशन की समझाइश के बाद लोग शांत हुए। अंत में 20 लोगों की एक प्रतिनिधि मंडल कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने कलेक्ट्रेट पहुंचा जहां पर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा गया ।
छग राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग के 52 प्रतिशत आबादी के आधार पर 27 प्रतिशत आरक्षणदिया जाए. राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का स्वतंत्र मंत्रालय की स्थापना कीघोषणा की गई है, जिससे तत्काल लागू किया जाए. बस्तर संभाग के अन्य पिछड़ा वर्ग को परंपरागत वनवासी होने के नाते पांचवी अनुसूची में शामिल किया जाए, राज्य में बस्तर संभाग के त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था में भारत सरकार के जनसंख्या गणना आधार पर जिन ग्राम पंचायतों में अन्य पिछड़ा वर्ग की बहुलता है। ऐसे ग्राम पंचायतों में सरपंच का पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित किया जाए, सस्कार एवं भारत सरकार द्वारा बस्तर संभाग में संचालित प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्चशिक्षा की पढ़ाई हेतु सभी आश्रम / छात्रावास में अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र/छात्राओं के लिएस्वतः 27 प्रतिशत आरक्षण और छात्रवृत्ति एक समान दिया जाए, छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में होने वले समस्त तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के स्थानीय भर्ती को वर्तमान में समाप्त किया गया है पुनः सभी वर्ग आरक्षण देते हुए जिलेवार आरक्षण कोतत्काल लागू किया जावे रिक्त भर्ती किया जाए।
पिछड़ा वर्ग के रैली को सफल बनाने एवं प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष कांकेर, जगन्नाथ साहू, संरक्षक हरेश चक्रधारी, कोंडागांव जिलाध्यक्ष रितेश पटेल, भानुप्रतापपुरब्लॉक अध्यक्ष अरविंद जैन, महेश जैन, पुनीत सेन, सोनाराम साहू छगन यदु पीयूष सोनी, नीलकंठ शार्दुल, चंदन साहू युवराज पटेल, विजय पटेल, गौरीशंकर साहू, माथेश्वर जैन, राजकमार साहू, योगेश सिन्हा, जितेंद्र साहू सत्तार पटेल, वेद सिन्हा, अशोक यादव, गोकुल यादव, अमृत लाल जैन, सलिल राम जैन, राजू श्रीवास, अलित सिन्हा, ओमप्रकाश सोनी, नीरज मानिकपुरी, राजेश कलिहारी, यशवंत सुरोजिया, चित्रसेन साहू, राजेश कलिहारी, सुदामा यादव, राजकुमार विश्वकर्मा, रितेश मानिकपुरी, रमेश प्रधान, दिलीप दीवान, कृष्णा सिन्हा, भोजराम साहू सहित संभाग बस्तर कांकेर, कोंडागांव, बालोद, धमतरी, मानपुर मोहला जिले से बड़ी संख्या में पिछड़ा वर्ग के हजारों लोग शामिल हुए ।