Thursday, March 13, 2025
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गोंडवाना भुमका संघ एंव गोंडवाना महासभा नारायणगंज का कोया पुनेम संस्कृति और जनजागृति पर आधारित बैठक हुआ संम्पन

नारायणगंज :- विकासखंड नारायणगंज अंतर्गत ग्राम सुरंगवानी में गोंडवाना भुमका संघ एवं गोंडवाना महासभा के तत्वधान में सामाजिक जनचेतना एवं संगठन जन जागरूकता अभियान कार्यक्रम हुआ संपन्न ! जिसमें सर्वप्रथम बड़ा देव की पूजा अर्चना दीप जलाकर किया गया। गोंडवाना भूमका संघ केहर परते के द्वारा गोंडवाना रत्न दादा हीरा सिंह मरकाम जी की पद चिन्हों में चलने की शपथ ली गई तथा कोया पुनेम पद्धति को सुचारू रूप से गांव-गांव तक पहुंचाने का लिए संकल्प लिया गया। इसके साथ ही भूमका संघ के द्वारा बताया गया कि जिनके दिल में अपनों और दूसरों के लिए दर्द है ऐसे समाज के प्रेरणा स्रोत गोंडवाना रत्न दादा हीरा सिंह मरकाम हमारे बीच एक देवता के रूप गोंडवाना का बीज बोकर हरियाली लाए हैं। जिन्होंने महान गोंडवाना के आत्मा के दर्द को पहचाना है और संपूर्ण गोंडवाना में सूर्य की भांति समाज को प्रकाश दिया है। जिन्होंने मूल निवासियों की अंधकार रूपी चेतना को जगाकर प्रकृति रूपी बीज बोकर हरियाली लाया उसी हरियाली को हम ग्राम सुरंगवानी में कोया धर्मी सागजन बुढालपेंन के साक्षी मानकर विशाल जन समूह को एक दिशा बताने का कार्य किया। इस सामाजिक मंच से धर्मगुरु पानी परी कुपर लिंगो के बीज के प्रकृति दर्शन से धार्मिक तथा सामाजिक एकता लाया गया हैं।
आयोजित बैठक में माखन सोयाम गोंडवाना महासभा अध्यक्ष समाज में सुधार लाने सुझाव दिया गया इसके साथ ही उन्होंने कहा की गोंडवाना स्तन दादा हीरा सिंह मरकाम जी ने समाज में जन जागरूकता फैलाई है उन्हीं के बातों पर ध्यान केंद्रित कर ग्रामीण योजना तक फैला रहे हैं। क्योंकि अपनी गोडियन संस्कृति को अधिकांस गोंडीयन सगा समाज धीरे धीरे भूलाते जा रहे हैं। जैसे कि आदिवासी समाज में जन्म, मरण , विवाह, रीति रिवाज बरहूं छठी संस्कार, कपड़ा बंद, चंगेरा बंद, दारू बंद, शादी विवाह में जयमाला बंद, डीजे बंद, मृत्यु संस्कार, दक्षिण दिशा में सिरान रखकर दाह संस्कार करना। साथ ही मुण्डन में एक ही पाग गमछा बांधना है, एक नारियल पर वाले एक शेरमियां को नारियल देना है, बाकी सभी सगा समाज को नारियल के बदले पैसा देने का उपस्थित सगा समाज के द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लेकर प्रस्ताव पारित किया गया। इस प्रकार से आदिवासी समाज अपनी कल्चर को बचाने के लिए गांव गांव मीटिंग कर संदेश दे रहे हैं और हरौता, नागर, सुदून, धान, नवा, सैला, रीना, कर्मा, बड़ा देव, पुजारी तमाम आदिवासी कल्चर को बचाने के लिए मुहिम चलाई जा रही है !
 कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे संगठन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं में श्री केहर सिंह परते भूमका उपाध्यक्ष, प्रदीप ऊईके भूमका सचिव, माखन सोयाम महासभा अध्यक्ष, धनु लाल मरावी महासभा जिला सचिव, सेवाराम पंड्रो गोंगपा अध्यक्ष, गर्जन मरावी जीएसयू अध्यक्ष, सुंदरलाल गौठरिया किसान मोर्चा अध्यक्ष, पूरन सिंह मरावी राष्ट्रीय कार्यवाहक सदस्य गोंगपा, धर्म सिंह वरकडे जनपद सदस्य, गौतम नरेती सेक्टर अध्यक्ष गोगपा, धनीराम आर्मी, मनीषा परते, नवल कोकड़िया सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे !
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