जगदलपुर :- आदिवासी युवा छात्र संगठन बस्तर के द्वारा दिनांक 05/10/2022 को बैठक किया गया जिसमें दिनांक 04/10/2022 को मावली परघाव के दौरान पुलिस प्रशासन के द्वारा सभी जनजतीय समुदाय की आस्था पीलापाठ बाबा पेन (आंगा देव) व अन्य देवी देवताओं को पुलिस के द्वारा बैरिकेड कर रोकने की कड़ी निंदा करते है।
मावली परघाव में जनजातीय समुदाय के देवी देवताओं को दशहरा पर्व पर आमंत्रण कर उनका अपमान किया जाना हम बर्दाश्त नही करेगें हमारी आस्था के साथ इस प्रकार से अपमान किया जाता है। तो हम अपने पेन आंगा देवताओं को दशहरा पर्व में आने पर रोक की मांग करेगें।
पेन (आंगा देव) हम जनजातियों समाज मुलनिवासियों की आस्था है। बस्तर संभाग में जनजातीय समुदाय मुलनिवासियों की अपनी अलग रूढ़ि प्रथा परंपरा है जिसे पुलिस प्रशासन को मालूम है। मगर दो वर्ष से यह देखने में आ रहा है। कि मावली परघाव में बैरिकेड कर आम जनता को रोकना सही है मगर देवी-देवताओं को रोकना गलत व अपमान है। पुलिस या प्रशासन के अधिकारियों/कर्मचारियों को अनुसूचित क्षेत्र की पूर्ण जानकारी प्राप्त कर अनुसूचित क्षेत्रों में डियूटी के लिए भेजा जावे ।
दशहरा पर्व में डियूटी हेतु सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को पेन को छुने का कोई अधिकार नही क्यों वे जुते चप्पल में होते है। पेन आगा देव झूमने व नाचने हेतु कहि भी परिक्रमण कर सकता है। उसे रोकने का अधिकार पुलिस प्रशासन को नही बस्तर संभाग में लगातार जनजातीय समुदाय के आस्था के साथ इसी प्रकार की घटनाएं हो रही है। जिसे नजर अंदाज किया जा रहा है।
हम आदिवासी युवा छात्र संगठन जिला बस्तर के समस्त जनजातीय समुदाय इस प्रकार की घटना का कड़ी निंदा करते है। इसी प्रकार की घटना होती रही तो उग्र आदोलन किया जावेगा हम अपनी आस्था पेन (आगा देव) का अपमान नही सहेगे जो भी दंड हो पुलिस प्रशासन उसे पुरा करते हुए पेन पीलापाठ बाबा आगा (पेन) व अन्य देवी देवताओं सेवा स्वारूप देवें ।