छिंदवाड़ा :- कोयावंशी नारी शक्ति संगठन, जीएसयू एवं ट्रायबल कर्मचारी संगठन छिंदवाड़ा के तत्वाधान में खजरी चौक छिंदवाड़ा में स्थित प्रतिमा स्थल पर 5 अक्तूबर 2022 दिन बुधवार को गोंडवाना साम्राज्य की वीरांगना रानी दुर्गावती जी की 498 वीं जयंती के अवसर पर उन्हें याद किया गया एवं उनकी प्रतिमा पर फूल माला ओर तिलक लगाकर पूजा अर्चना कर जयंती मनाई गई। इस दौरान उनकी साहस और वीरता की जहां चर्चा की गई, वहीं उनके संघर्षों से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया गया।
नारी शक्ति संगठन जिलाध्यक्ष सुमन लता इनवाती नेक हा कि रानी दुर्गावती का जन्म पांच अक्टूबर वर्ष 1524 में बांदा जिले के चंदेलवंश के राजा कृति सिंह के वहां हुआ था। विवाह गोंडवाना साम्राज्य के राजा संग्राम सिंह के पुत्र दलपत शाह से हुआ लेकिन दुर्भाग्यवश चार वर्ष बाद ही राजा दलपत शाहका निधन हो गया। पति के निधन के समय दुर्गावती का पुत्र नारायण तीन वर्ष का ही था, इसलिए रानी को स्वयं शासन संभालना पड़ा। वर्तमान जबलपुर उनके गोंडवाना राज्य का केंद्र था। रानी ने 16 वर्ष तक इस क्षेत्र में शासन किया। इनके कुशल प्रशासक और शौर्य के चर्चे अधिक थे। 24 जून, 1564 को वह युद्धभूमि में लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुईं। इनके संघर्षों से आज की युवा पीढ़ी और बालिकाओं को प्रेरणा लेने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा आज 5 अक्टूबर को हमारे गोंडवाना साम्राज्य की महान वीरांगना बलिदानी रानी दुर्गावती जी की 498 वीं जयंती है और इसी दिन रानी दुर्गावती जी की प्रतिमा के समक्ष हम नारी शक्तियों ने उनके नक्शे कदमों पर चलकर समाज सेवा करने की प्रतिज्ञा लेते हुए, कोयावंशी नारी शक्ति संगठन का गठन किया था और आज हमारे संगठन को पूरे दो वर्ष पूर्ण हो गए और साथियों हम सभी को अपने आप में गर्व महसूस होता है कि पिछले दो सालों में हमने अपने अथक प्रयासों से घर घर जाकर पुनेम के माध्यम से छिंदवाड़ा के अंदर एवं आसपास के ग्रामों में जा जाकर समाज में काफी बदलाव लाए हैं। हम आगे भी समाज के लिए ऐसे ही कार्य करते रहेंगे, ऐसी प्रतिज्ञा हम आज फिर ले रहे है। इस मौके पर कोयावंशी नारी शक्ति संगठन, गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन एवं आदिवासी कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी एवं अन्य लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।