बीजापुर :- पारंपरिक खेल गतिविधियों को ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में प्रोत्साहित करने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक की पहल की जा रही है। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक से प्रतिभागियों को एक ओर जहां मंच मिलेगा वहीं उनमें खेलों के प्रति जागरूकता बढे़गी और खेल भावना का विकास होगा। जिसे लेकर तैयारियों का दौर शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़िया ओलोंपिक के आयोजन को लेकर कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने सभी एसडीएम, सीईओ जनपद पंचायत एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी सहित विभागीय अधिकारियों को छत्तीसगढ़िया ओलोपिंक के सफल आयोजन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। जिला खेल अधिकारी फागेश सिन्हा ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार कल 14 पारंपरिक खेलों का आयोजन किया जाएगा जिसमें एकल व दलीय खेल शामिल है। जिसमें गिल्ली डण्डा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, जाटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद आदि शामिल किए गए हैं। इस प्रतियोगिता में महिला व पुरूष दोनों वर्ग के प्रतिभागी शामिल होंगे जिसके लिए तीन आयु समूह निर्धारित की गई है, जिसमें 18 वर्ष तक, 18 से अधिक 40 वर्ष तक एवं 40 वर्ष से ऊपर आयु के प्रतिभागी शामिल हो सकेगें। खेल का आयोजन क्लब स्तर अंतर्गत राजीव युवा मितान उसके बाद जोन स्तरीय आयोजन जिसमें 8 क्लब मिलाकर एक जोन होगा।
6 से 11 तक राजीव मितान क्लब, 18 से 20 तक जोन स्तर, 27 से 10 नवम्बर तक विकासखण्ड स्तर, 17 नवम्बर से 26 नवम्बर तक जिला स्तर, 8 दिसम्बर से 14 दिसम्बर तक संभाग व राज्य स्तर खेल का आयोजन होगा।