खडगवां :- जनजतीय समुदाय का सम्मान बचाओ को लेकर 5 अक्टूबर 2022 बुधवार को तहसील खडगवां में दुर्भावना से प्रेरित गोंडवाना का पीला वस्त्र पहनाकर राजा रावण का दहन करने वालों के खिलाफ (एफ आई आर) दर्ज कराने को लेकर गोंडवाना एवं भूमका संघ द्वारा विशाल धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है। जनजतीय राजा गोंडवाना की सम्मान की रक्षा के लिए सभी ग्राम पंचायतों से अधिक से अधिक संख्या में युवा कार्यकर्ता, एवं ग्रामीण जनता को पहुंचना बहुत जरूरी है। यह फोटो सहित सूचना संदेश मिलते ही सभी लोग प्रचार में जुट जायें। और ठान लें कि गोंडवाना का प्रतीक राजा रावण का पुतला नहीं जलाने देंगे । यदि कोई भी व्यक्ति या समिति के द्वारा पीला वस्त्र पहना कर राजा रावण का पुतला जलाने की अपराधिक कृत्य करता है, तो आरोपी के खिलाफ भारतीय संविधान के अनुच्छेद 153(अ), 295, 295(अ) 298 के तहत किसी भी जाति,धर्म, वंश, लिंग के साथ भेदभाव या अपमानित करने के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 426, 294, एवं धारा 151 के तहत आरोपियों को जेल हो व कड़ी से कड़ी सजा की हम मांग करेंगे, चूंकि संविधान में “असुर” जनजतीय समुदाय अनुसूचित जनजाति के रूप में दर्ज है, रावण भी मूल निवासी राजा था। वहीं यह क्षेत्र पांचवीं अनुसूची क्षेत्र के अनुच्छेद 244(1), अनुच्छेद 13(3) क, अनुच्छेद 19(5) (6) के प्रावधानों और एस एसटी एक्ट के अनुसार जनजतीय समुदाय की भाषा, संस्कृति, पुरखों, देवी देवताओं के ऊपर हमले एवं अपमान अनुचित एवं दंडनीय है।अब हम अपने पुरखों को जला कर तमाशा नहीं देख सकते हैं। अब हम मूल निवासी राजा रावण का पुतला दहन करने पर कठोर कार्यवाही की मांग करते हैं। क्योंकि दुर्भावना पूर्वक अनुसूचित इलाके में गोंडवाना का प्रतीक पीला कद काठी मूल निवासी राजा रावण कर दहन करने की चेष्टा भेदभाव व अपमान करने की नीयत से समाज को उद्दवेलित किया जा रहा है। जिसका सभी जनजतीय समुदाय इसकी घोर निंदा करती है।