Thursday, January 9, 2025
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Custard apple/sugar apple को हिन्दी में “सीता फल” तो गोंडी में “चिता” कहते है – नारायण मरकाम

Custard apple/sugar apple” है हिंदी में  इसे “सीताफल” के नाम से जाना जाता है “सीताफल” नाम गोंडी लैंग्वेज के “चिता” से आया है दर असल इस फल के अंदर का गुद्दा बीजों से लपेटा हुआ सफेद रंग का होता है जो दिखने में हुबहू चांवल के उबले/पके दाने (भात) की तरह दिखाई देता है पके चांवल के अलग अलग दाने को गोंडी लैंग्वेज में “चिता” कहा जाता है । अब पके चांवल के दाने के आगे चले तो पकाने को गोंडी लैंग्वेज में अटा (Ata) कहते हैं इसलिए गोंडी लैंग्वेज के प्रभाव से कन्नड़,, बंगाली ,मराठी में सीताफल को “Ata” कहते हैं, और तमिल में  “Atta“, वंही नेपाली में  “aunt ” , आसामी में aatloch, कहते है ।
"चिता" फल Custard apple/sugar apple
“चिता” फल Custard apple/sugar apple
 अगर आप यदि हिंदी के सीताफल नाम को  पौराणिक कथाओं (सीता माता) के आधार पर सोच रहे हैं तो भी आप गलती कर सकते हैं क्योंकि सीताफल शीत गुणों वाली व शीतकालीन फल है इसलिए यह “शीतफल” से सीताफल हुआ है,अब भी कन्फ्यूज है तो इसके संस्कृत नाम देख सकते हैं जिसका संबंध दुर – दुर तक पौराणिक कथाओं से मैच नहीं खाता है क्योंकि सीताफल को संस्कृत में आतृप्यम् /बहुबीजम् कहते हैं,  यही नहीं उर्दू में भी इसका नाम “अता” और दुसरा शरीफा है ।
पेड़ पर लगे हुए "चिता फल "
पेड़ पर लगे हुए “चिता फल “
इसलिए मैं बार बार कहता हूँ “गोंडी लैंग्वेज” में क्षमता है देश के जिर्र (डीएनए) को जगाने की धर्म आडम्बरों को जड़ से मिटाने की बहरहाल मेरे हाथों में इस वर्ष का पहला “चिताकाया/चिता पंड है” जो के मेरे घर के “गोंडरी” (बाड़ी)  में फला हुआ है, बहुत ही मिठा और स्वादिष्ट है आप लाल में मत आइये  वैसे लालच का यह फल है ही क्योंकि हमारे शरीर को यह फल बहुत से पोषक तत्वों की पूर्ति करता है, पोटेशियम, मेग्नीशियम,फास्फोरस, मैंगनीज, सोडियम के एक साथ मिलने से यह मस्तिष्कीय न्यूरॉन्स, रक्त परिसंचरण, गर्भावस्था में शिशु के विकास, हृदय, किडनी संबंधित विकास के लिए बहुत ही लाभदायक होता है कैल्शियम, आयरन, मिटामिन्स A, B1, B2, B3, B4, B6, होने से यह नेत्र ज्योति, हड्डियों का विकास, मांसपेशियों की मजबुती के लिए बहुत उपयोगी है, B6 अस्थमा के अटैक से रक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है इसमें एंटी एंफ्लेमेंटरी गुण होने से गठिया के लिए भी बहुत लाभदायक होता है साथ ही इसमें कई प्रकार के एंटी आक्सिडेंट पाऐ जाते हैं जो हमारे शरीर को परिशुद्ध करते रहते हैं इसके अतिरिक्त यह फल फाइबर के लिए भी प्रसिद्ध है इसलिए आपको यदि पाचन संबंधित समस्या हो तो शरीफा जरूर खाऐ ।
नारायण मरकाम (बस्तर)
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